Mandi Governance Week: जिला प्रशासन मंडी द्वारा सुशासन सप्ताह के तहत सोमवार को एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि जिला के सभी एसडीएम वर्चुअल माध्यम से जुड़े। इस कार्यशाला के समापन अवसर पर उपायुक्त मंडी, अपूर्व देवगन ने अपने संबोधन में कहा कि सुशासन का मतलब नवाचार है और यह सुनिश्चित करना कि लोगों की शिकायतों का जमीनी स्तर पर समाधान हो। उन्होंने कहा कि चाहे शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1100 पर हो, ई-समाधान पोर्टल पर हो, ई-मेल के माध्यम से हो, या सादे कागज पर लिखित हो, उनका समयबद्ध समाधान करना ही सुशासन है।
उपायुक्त ने बताया कि सुशासन सप्ताह के दौरान जिला प्रशासन के पास कुल 5934 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनमें से शनिवार शाम तक 4929 का समाधान कर लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सुशासन सप्ताह की समाप्ति तक शेष समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा। उन्होंने सभी कार्यालयाध्यक्षों से अपील की कि वे व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करें और शिकायतों का समाधान शीघ्रता से करें।
कार्यशाला में अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर ने ‘कैसा हो मंडी का स्वरूप’ विजन डाक्यूमेंट-2047 पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान स्वास्थ्य, शिक्षा, प्लास्टिक फ्री, पर्यटन, जल शक्ति, विद्युत, सड़क निर्माण, सामाजिक कल्याण, ग्रामीण विकास, सोलर एनर्जी आदि विषयों पर चर्चा की गई और एक विजन डाक्यूमेंट तैयार किया गया, जिससे सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा सके।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश सरकार के दिशानिर्देशों के तहत लोगों की शिकायतों का समयबद्ध समाधान किया जा रहा है, और नये वर्ष से मासिक समीक्षा बैठकें भी आयोजित की जाएंगी। कार्यशाला में सभी एसडीएम, अधीक्षण अभियंता, जल शक्ति विभाग, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला विकास, पंचायती राज, पुलिस, पर्यटन सहित सभी विभागों के अधिकारियों ने आवश्यक सुझाव दिए।